Friday 29 April 2022

पूनम की चन्दन शीत ठिठुरती विदा लेगयी मौसम में आयी गरमाहट कोयल केकी लगे नाचने मानव मन गुंजन की आहट पूनम की चन्दन सी शीतल चांदनी गगन में रही मचल धरती ने ओढ़ी हरित चूनरी ऋतुराजआगमन की हलचल चर अचर सभी में मस्ती छायी अद्भुत ऋतु अनुपम सुख लायी धरती पर खुशियाँ विखरी हैं लावण्यमयी छवियाँ निखरीं हैं सुधियाँ ममत्व की लगीँ उमड़ने आंखों की कोरें लगीं छलकने काश आज वो भी होता "श्री" जिसे पठाया सरहद पर लड़ने श्रीप्रकाश शुक्ल 8 comments

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