केसरिया लाल पीला , नीला हरा गुलाबी
केसरिया लाल पीला , नीला हरा गुलाबी
पहिन पजामा कुरता ढीला घर से चला शराबी
बात पते की कहता जो वो, हम सब को बतलाते हैं
पीने वाले पीकर के, मदहोशी में खो जाते हैं
जो मदहोशी में खो जाते हैं, वो जल्दी सो जाते हैं
और सोनेवाले जीव कोई भी ,पाप नहीं कर पाते हैं
पाप नहीं करते हैं जो, वो सीधे स्वर्ग चले जाते हैं
इसीलिए पी के क्यों न हम, स्वर्ग द्वार खुलवाते हैं
पूछा है ये सब, ऊपरवाले से, लिखकर पत्र जबाबी
ये राज़ उसी ने बतलाया है, कुछ भी नहीं किताबी
''होली की हार्दिक शुभकामनाएं''
श्रीप्रकाश शुक्ल
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