ऐसा गीत सुनाया कर
सुख ना रहेगा सदा साथ में, व्यर्थ ना तू भरमाया कर,
जीवन में सुख भी है दुःख भी, दोनों गले लगाया कर I
गीत प्यार के सदा सुहाने, लिख लिख कर तू रखता जा,
पर जो गीत आँख छलका दे ,ऐसा गीत सुनाया कर
जीवन में सुख भी है दुःख भी, दोनों गले लगाया कर I
गीत प्यार के सदा सुहाने, लिख लिख कर तू रखता जा,
पर जो गीत आँख छलका दे ,ऐसा गीत सुनाया कर
आ धेरें विपदा के बादल, भरे निराशा अरमानों में गर,
नहीं टूटना, ना घबराना, पैर जमा डट जाया कर I
मानव जीवन बेशक़ीमती, व्यर्थ ना इसको जाया कर,
जब भी घिरे अँधेरा बाहर, अंतस ज्योति जगाया कर I
यह दुनिया संघर्ष भूमि है,पग पग पर अवरोध अनेकों,
निराकरण के लिए सतत तू, कर्म योग अपनाया कर I
श्रीप्रकाश शुक्ल
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